Sunday 2 September 2012

पूज्य गुरुजन को नमन


शत् नमन, शत्-शत् नमन, आज है शिक्षक दिवस।
प्रेम निष्ठा और लगन का, आज है अनुपम दिवस।
शत् नमन शिक्षक दिवस पूज्य गुरुजन को नमन।
वन्दे उस माटी को जिसमें जनमा यह भारत रतन।
आज के दिन इस धरा पर आया था एक दार्शनिक 
हिन्द देश को जो दिखा गया मार्ग आधुनिक
विश्व में चमके थे जिससे वो थी उनकी ही लगन।
शत् नमन शिक्षक दिवस पूज्य गुरुजन को नमन।
हर पल समर्पित ज्ञान पर हर भाव ताजगी लिए
एक व्यक्ति था पर दिव्य था जीवन में सादगी लिए
योग थे वह कर्म के जीवन सरल, भाषा मधुर
शान थे वे देश के प्रतिपल समर्पण में निपुण
हर इक डगर व्यवधान फिर भी बढ़ चले उनके चरण
शत् नमन शिक्षक दिवस पूज्य गुरुजन को नमन।
जिनके पावन जन्म पर आता है यह शिक्षक दिवस।
जिनके कर्मों ने दिया, हम सबको यह पावन दिवस
श्रद्धा है उनमें हमारी, रूप उनका आप में,
आपके अनुचर हैं हमसब उनकी महिमा आप में
आपका अर्चन करूं मैं पाऊं ज्योर्तिमय नयन।
शत् नमन, शत्-शत् नमन पूज्य गुरुजन को नमन।
वन्दे उस माटी को जिसमें जनमा यह भारत रतन।

                                                       - उर्वशी उपाध्याय